तारीख ने था उनको वफा का शहर कहा
हैदर की दुआओ का भी उनको समर कहा
लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी
हमे हम इस बात को याद रखना चाहिये कि सिवाऐ अइम्मा मासूमीन (अ) सभी इंसान गलती कर सकते हैं और विभिन्न प्रकार की बुराई से दो चार हो सकते हैं?
Shaheede Rabe
Shaheede Rabe Shia Network
तारीख ने था उनको वफा का शहर कहा
हैदर की दुआओ का भी उनको समर कहा
लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी
हमे हम इस बात को याद रखना चाहिये कि सिवाऐ अइम्मा मासूमीन (अ) सभी इंसान गलती कर सकते हैं और विभिन्न प्रकार की बुराई से दो चार हो सकते हैं?