मूसा (अ.स.) फ़िरऔन और ज़ंजीर ज़नी
ये वहा भी ये ही कह देंगे कि बेशक दुनिया को अद्लो इंसाफ से भर दिया लेकिन वो कैसा शिया जो ज़ंजीर ज़नी से रोके।
ये वहा भी ये ही कह देंगे कि बेशक दुनिया को अद्लो इंसाफ से भर दिया लेकिन वो कैसा शिया जो ज़ंजीर ज़नी से रोके।