उल्माए इस्लाम का इस पर इत्तेफ़ाक़ है कि इस्लाम में सब से पहले मुसन्निफ़ (लेखक) हज़रत अली (अ.स.) हैं। अल्लामा रशीद उद्दीन इब्ने शहरे आशोब किताब माआलिम अल उलेमा में और अल्लामा मौहम्मद मोहसिन सदर ने किताब अल शिया व फ़ुनूने इस्लाम में तहरीर फ़रमाया है कि , अव्वल मिन सनफ़ फि़ल इस्लाम अमीरल मोमेनीन इस्लाम मे सब से पहले हज़रत अली (अ.स.) ने तस्नीफ़ की है। आपकी किताब का नाम (किताबे अली) और जामिया था। उसूले काफ़ी किताब अल हुज्जत में है कि इस किताब में तमाम दुनिया में होने वाले वाक़ेयात व हालात लिखे हुए थे। यह भी मुसल्लम है कि सब से पहले क़ुरआन जमा करने वाले भी हज़रत अली (अ.स.) हैं। मुलाहेज़ा हों (नूरूल अबसार इमामे शबलेंजी पेज न. 73 मिस्र में छपी) किताब आयानुल शिया में अबुल आइम्मा की तालीफ़ात व तसनीफ़ात की फ़ेहरिस्त इस तरह लिखी है।
1. कुरआने मजीद को तन्ज़ील के मुताबिक़ हज़रत अली (अ.स.) ने जमा किया इसमे असबाब व मक़ामाते नुज़ूल आया व सूर का भी जि़क्र था।
2. किताबे अली जिसमें क़ुरआने मजीद के साठ कि़स्म के उलूम का जि़क्र था।
3. किताब जामे , 4. किताब अल जफ़र 5. सहीफ़ुल फ़राएज़ , 6. किताब फ़ी ज़कात अल नअम 7. किताब फि़ल अबवाब अल फि़क़ा , 8. किताब फि़ल फि़क़ा 9. मालिके अशतर के नाम तहरीरी हिदायत , 10. मौहम्मद बिन हन्फि़या के नाम वसीयत , 11. मसन्दे अली (अ.स.) लाबी अब्दुल रहमान , अहमद बिन शईब नेसाई , इन किताबों के अलावा आपका संग्रह और सहीफ़ाए अलविया और आपके अशआर का मजमूआ दीवाने अली के नाम से हज़रत अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) की तरफ़ मन्सूब है। यह किताब नवाब अलाउद्दीन अहमद ख़ां बहादुर , फ़रमा रवाए लोहारो के हुक्म से 1876 ई0 में फ़ख़रूल मताबे , लाहौर में छपी थी और अब मुख़तलिफ़ मुल्कों में छप चुकी है और उसकी शरहें भी हो चुकी हैं। इन किताबों के अलावा जनाबे अमीरूल मोमेनीन का कलाम नीचे लिखी किताबों में जमा किया गया है।
1. नहजुल बलाग़ा:- इसे अल्लामा सय्यद रज़ी (अलै रहमा) ने जमा फ़रमाया है , वह 359 हिजरी मुताबिक़ 969 ई0 में पैदा हुए थे। और उनकी वफ़ात मोहर्रम 404 हिजरी मुताबिक़ 1513 ई0 में हुई है। किताब नहजुल बलाग़ा की बहुत सी शरहें लिखी गई हैं लिखने वालो में से कुछ नाम यह हैं।
1. इमामे अहले सुन्नत अज़ीज़ बिन अबु हामिद अब्दुल हमीद बिन हेयत उल्लाह बिन मौहम्मद बिन हसनैन इब्ने अबिल हदीद मदाईनी अल मुतावल्लिद 1 जि़लज्जिा 586 हिजरी मुताबिक़ 1257 ई0 बा मक़ाम बग़दाद।
2. क़वामुद्दीन युसूफ़ बिन हसन , जिनकी वफ़ात 922 हिजरी मुताबिक़ 1516 ई0।
3. मुफ़्ती मौहम्मद अब्दूह मिस्र
4. अल्लामा मौहम्मद हसन नाएल अल मरसफ़ी जिनका हाशिया है असल किताब नहजुल बलाग़ाह मिस्र के मशहूर प्रेस दारूल कुतुब अल अरबिया में छप गई है। यह चारों व्याख्याकर्ता अहले सुन्नत वल जमाअत से ताअल्लुक़ रखते हैं।
5. सय्यद अली बिन नासिर यह सय्यद रज़ी के दौर के थे सब से पहले नहजुल बलाग़ा की शरह उन्होंने ही लिखी है। उनकी शरह का नाम आलामे नहजुल बलाग़ा है।
6. अल्लामा कुतुबउद्दीन रावन्दी उनकी शरह का नाम मिनहाजुल बरअता है।
7. सय्यद इब्ने ताऊस , अबुल क़ासिम अली बिन मूसा बिन जाफ़र बिन मौहम्मद बिन ताऊस जो मोहर्रम 519 हिजरी में पैदा हुये और 5 ज़ीक़ाद 668 हिजरी में इन्तेक़ाल हुआ।
8. कमाल उद्दीन मीसम बिन अली मीसम बहरानी।
9. कुतुबउद्दीन मौहम्मद बिन हुसैन सिकन्दरी।
10. शेख़ हुसैन बिन शहाबुद्दीन हैदर अली आमेली का सफ़र के महीने में 1076 हिजरी मुताबिक़ अगस्त 1664 ई0 बामक़ाम हैदराबाद दकन इन्तेक़ाल हुआ।
11. शेख़ निज़ामुद्दीन अली बिन हुसैन इनकी शरह का नाम अनवारूल फ़साहत है।
12. अल्लामा मिर्ज़ा अलाउद्दीन मौहम्मद बिन अबी तुराब अल हुसैन उनकी शरह बहुत ही मबसूत है। इसका नाम हदायक़ुल हक़ाएक़ है। यह 20 (बीस) जिल्दों में है।
13. आक़ा शेख़ मौहम्मद रज़ा मुसम्मा बा दुर्रे नजफि़या ।
14. मुल्ला फ़तेह अल्लाह काशेफ़ी जिनका इन्तेक़ाल 997 हिजरी में हुआ यह फ़ारसी में है और इसका नाम तम्बीहुल ग़ाफ़ेलीन है।
15. मोहकि़क़ हबीब अल्लाह हाशमी अल खूई इनकी शरह का नाम भी मिनहाज उल बराअता फ़ी नहजुल बलाग़ा है यह 25 जिल्दों में है। क़ुम ख़याबाने इरम तेहरान में मिलती है। इसके अलावा किताब के कुछ मुस्तदरकात हैं जो छप चुकी हैं।
2. मायते कलमता जिसको जाहिज़ ने जमा किया था।
3. ग़र्र अल हकम व दरद अल कलम जिसको अब्दुल वाहिद बिन मौहम्मद बिन अब्दुल वाहिद ने जमा किया था।
4. दस्तूरे माअलम हक्म जिसको क़ाज़ी अबू अब्दुल्लाह मौहम्मद बिन सलामा ने जमा किया था इनका इन्तेक़ाल 454 हिजरी में हुआ था।
5. नसर अला लाई जिसको अबुल फ़ज़ल अली बिन हुसैन अल बतरसी साहब मजमउल बयान ने जमा किया।
6. किताब मतलूब कुल्ले तालिब मन कलामे अली बिन अबी तालिब जिसको अबू इस्हाक़ अल वतवात अल अन्सारी ने जमा किया है। इसका फ़ारसी और जरमन ज़बान में तरजुमा हो चुका है।
7. क़लाएद अल हकम व फ़राएद अल क़लम जिसको क़ाज़ी अबू युसूफ़ बिन सुलैमान अला सफ़रानई ने जमा किया है।
8. किताब माअमियाते अली
9. इमसाल अल इमाम अली बिन अबी तालिब
10. शेख़ मुफ़ीद अल रहमा ने किताब अल इरशाद में कुछ कलाम जमा किया है।
11. नसर बिन मज़ाहम की किताब सिफ़्फ़ीन में आपका कलाम जमा है।
12. किताब जवाहरूल मतालिब।
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