अनुवादकः मौलाना अबरार अली जाफरी मंचरी
मातम और अज़ादारी क्यो नामक ये किताब शेख नजमुद्दीन तबसी की लिखी गई एक मशहूर किताब का हिन्दी तरजुमा है कि जिसको मौलाना अबरार अली जाफरी मंचरी साहब ने तरजुमा किया है। इस किताब मे मातम और अज़ादारी के बारे मे भिन्न प्रकार की दलीले दी गई है। इंशा अल्लाह किताब को पढ़ कर मौमेनीन फायदा उठाऐंगे।
किताब डाउनलोड करने के लिऐ नीचे दिये लिंक पर क्लीक करे।
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